न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन होने एवं अध्यापक संगठनों के विरोध के बावजूद जारी हुई जिला परियोजना समन्वयकों (DPC) की सूची .
देखें पदस्थापना सूची व् जानें विवाद का कारण I
क्या है जिला परियोजना समन्वयक (DPC ) व वह उसके कार्य दायित्व
मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक की शिक्षा के अकादमिक , प्रशासनिक एवं वित्तीय प्रबंधन के दायित्वों का निर्वहन राज्य स्तर से दो सचिवालयों द्वारा किया जाता है-
प्रथम- कक्षा एक से आठवीं तक की शिक्षा के अकादमिक अकादमिक , प्रशासनिक एवं वित्तीय प्रबंधन के दायित्वों का निर्वहन राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा किया जाता है
दूसरा - इसी प्रकार कक्षा नौवीं से 12वीं तक की अकादमिक , प्रशासनिक एवं वित्तीय प्रबंधन के दायित्वों का निर्वहन व् नियम आदि की जिम्मेदारी राज्य स्तरीय लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा की जाती है
स्कूल शिक्षा विभाग की जिला स्तरीय पद संख्या में शिक्षा अधिकारी कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक की की शिक्षा के अकादमिक , प्रशासनिक एवं वित्तीय प्रबंधन के दायित्वों का निर्वहन हेतु जिम्मदार होतें हैं . कार्य सुविधा की द्रष्टि से कक्षा 1 से 8 वीं तक की शिक्षा व्यवस्था के सम्पूर्ण दायित्वों का निर्वहन जिला स्तर से जिला परियोजना समन्वयक (डीपीसी ) द्वारा की जाती है . जिला परियोजना समन्वयक (डीपीसी ) राज्य स्तर पर राज्य शिक्षा केंद्र के सीधे नियंत्रण में कार्य करते हैं
जिला परियोजना समन्वयक. स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा सीधी भर्ती ना कि जाकर विभाग में ही कार्यरत हाई स्कूल प्राचार्य / हायर सेकेंडरी प्राचार्य या इससे उच्च स्तर के अधिकारी की सेवाएं प्रतिनियुक्ति पर ले जाकर पद की पूर्ति की जाती रही है
क्या है विवाद -
मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा वर्ष 1994 से कक्षा एक से पांचवीं तक अध्यापन कार्य कराने वाले सहायक शिक्षकों, कक्षा छठवीं से दसवीं तक अध्यापन कार्य कराने वाली उच्च श्रेणी शिक्षकों एवं कक्षा नौवीं से बारहवीं तक अध्यापन कार्य कराने वाले व्याख्याताओं के पदों को डाइंग कैडर अर्थात मृत घोषित करके इन पदों पर शिक्षा कर्मी वर्ग 1 शिक्षा कर्मी वर्ग 2 एवं शिक्षा कर्मी वर्ग 3 की नियुक्ति पंचायत एवं नगरीय निकायों के माध्यम से की गई .
वर्ष 2007 में पंचायत एवं नगरी निकाय विभागों से नियुक्त होकर स्कूल शिक्षा विभाग में कार्य कर रहे शिक्षा कर्मी वर्ग 1 वर्ग 2 व वर्ग 3 को क्रमशः वरिष्ठ अध्यापक, अध्यापक एवं सहायक अध्यापक पद नाम दिया गया
वर्ष 2018 में पंचायत एवं नगरी निकायों द्वारा नियुक्त वरिष्ठ अध्यापक, अध्यापक व सहायक अध्यापकों की सेवाएं पूरी तरह से स्कूल शिक्षा विभाग के अधीन कर दी गई तथा एक बार पुनः इनके पद नाम परिवर्तित करके उच्च माध्यमिक शिक्षक ,माध्यमिक शिक्षक व प्राथमिक शिक्षक कर दिए गए
इस प्रकार अब एक ही विभाग में दो प्रकार के शिक्षक कार्य कर रहें है : -
1 .व्याख्याता व उच्च माध्यमिक शिक्षक ( कक्षा नौवीं से 12वीं)
2.उच्च श्रेणी शिक्षक व माध्यमिक शिक्षक ( कक्षा छठवीं से दसवीं)
3.सहायक शिक्षक व प्राथमिक शिक्षक ( कक्षा 1 से 5 वीं )
वर्तमान में कार्यरत उच्च माध्यमिक शिक्षक माध्यमिक शिक्षक व प्राथमिक शिक्षक पद नाम से कार्य व शिक्षकों की नियमित नियुक्ति वर्ष 1998 से प्रारंभ हुई
जबकि व्याख्याताओं की नियुक्ति वर्ष 1998 से पूर्व से प्रारंभ हुई तथा वर्तमान में किस पद पर सीधी भर्ती नहीं होती है केवल पदोन्नति द्वारा ही इस पद की पूर्ति होती है
इसके अतिरिक्त मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग में व्यवसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अंशकालीन आधार पर भी वर्ष 1995 से अंश कालीन व्याख्याताओं की नियुक्ति की गई जिन्हें माननीय उच्च न्यायालय के आदेश उपरांत वर्ष 1999 से नियमित व्याख्याता के पद पर नियुक्ति दी गई
व्याख्याता उच्च श्रेणी शिक्षक व सहायक शिक्षक के पदों पर नियुक्ति का एक रोचक पहलू और भी है
मध्यप्रदेश में शासकीय विद्यालयों की भांति निजी संचालकों को भी कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक के विद्यालयों को संचालित करने की मान्यता प्राप्त होती है इन विद्यालयों में भी शासकीय विद्यालयों के समान पदनाम से कार्यरत शिक्षकों की नियुक्ति निजी विद्यालय संचालक द्वारा की जाती है मध्य प्रदेश सरकार स्कूल शिक्षा विभाग इन विद्यालयों को भी शासन आधीन कर लेता है इस प्रकार इन विद्यालयों में कार्यरत शैक्षणिक स्टाफ को शासनादेश दिनांक से शासकीय विद्यालयों कि शिक्षकों के समान सभी लाभ प्राप्त होने लगते हैं ऐसे ही बहुत से निजी विद्यालयों को शासन द्वारा वर्ष 2000 में उसके पश्चात शासन आधीन किया गया और इन विद्यालयों में कार्यरत
स्टाफ को मध्य प्रदेश शासन के नियमों के विरुद्ध शिक्षा कर्मी वर्ग 1 शिक्षा कर्मी वर्ग 2 शिक्षाकर्मी वर्ग 3 पदनाम के विरुद्ध व्याख्याता शिक्षक व सहायक शिक्षक नाम से समायोजित कर लिया गया जिन्हें न्यायालय के आदेश उपरांत वर्ष 2000 के पश्चात व्याख्याता, उच्च श्रेणी शिक्षक व सहायक शिक्षक मान लिया गया
इस प्रकार एक ही विभाग में एक ही पद पर चार प्रकार से नियुक्ति व्यक्ति कार्य कर रहे हैं
1. वर्ष 1998 के पूर्व से नियुक्त व्याख्याता
2. वर्ष 1998 से नियुक्त शिक्षा कर्मी वर्ग 1 या उच्च माध्यमिक शिक्षक
3 . वर्ष 1999 में अंशकालीन व्याख्याता से नियुक्त पूर्ण कालिक व्याख्याता
4. वर्ष 2000 मैं निजी विद्यालयों आसना अधीन करने के फलस्वरूप शासन आधीन किए गए व्याख्याता
जिला परियोजना समन्वयक के विज्ञापन में बढ़ाया विवाद
जिला परियोजना समन्वयक या डीपीसी के पद पर सितंबर 2022 में पदस्थापना हेतु विज्ञापन जारी किया गया इस पद हेतु प्राचार्य हाई स्कूल/ प्राचार्य हायर सेकेंडरी/ सहायक संचालक वह व्याख्याता को पात्र माना गया किंतु वर्ष 1998 से नियमित रूप से कार्य कर रहे शिक्षा कर्मी वर्ग 1 या वर्तमान में उच्च माध्यमिक शिक्षक पद नाम से कार्यरत शिक्षकों को पात्र नहीं माना
यहां यह उल्लेखनीय है वर्तमान में कि स्कूल शिक्षा विभाग अंतर्गत लगभग 3500 व्याख्याता कार्यरत हैं जबकि उच्च माध्यमिक शिक्षक पद नाम से कार्यरत शिक्षकों की संख्या 19000 से अधिक है
प्रदेश के 52 जिलों हेतु मंगाए गए आवेदनों के विरुद्ध मात्र लगभग 80 व्यक्तियों को परीक्षा/ साक्षात्कार हेतु आमंत्रित किया गया अंतिम रूप से मात्र 21 व्यक्ति ही चयनित हो सके
इस प्रकार एक ही विभाग में 20 वर्ष से अधिक समय से कार्य कर रहे उच्च माध्यमिक शिक्षक जहां डीपीसी पद हेतु आवेदन ही नहीं कर सके वहीं वर्ष 1999 में अंशकालीन व्याख्याता से पूर्ण कालिक व्याख्याता बने शिक्षक व वर्ष 2000 में निजी स्कूलों को शासन आधीन करने से नियुक्त व्याख्याताओं को पात्र मानकर नियुक्ति प्रदान की गई इसी प्रकार वर्ष 2018 तक शिक्षक से व्याख्याता पद पर पदोन्नत शिक्षकों भी पात्र मानकर आवेदन का अवसर प्राप्त हुआ
उच्च माध्यमिक शिक्षकों की ओर से लगाई गई आपत्तियां व दायर की गई याचिका
डीपीसी पद पर नियुक्ति के संबंध में अध्यापक संवर्ग के अवसर प्रदान किए जाने पर इन संवर्ग के संगठनों द्वारा आसन के समक्ष आपत्तियां दर्ज की गई इसके साथ ही उच्च माध्यमिक शिक्षक के पद पर कार्य कर रहे शिक्षकों -
1. रण बहादुर सिंह
2 . वीरेंद्र कुमार पाठक
3 . विष्णु कुमार मिश्रा
4 . सुनील कुमार तिवारी द्वारा माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर मैं याचिका (WP) 25267/2022 दायर की गई
जिस पर माननीय उच्च न्यायालय द्वारा सभी संबंधित ओं को नोटिस जारी किए गए एवं मामले को न्यायालय के निर्णय के अध्याधीन कर दिया गया
👉 जिला परियोजना समन्वयक नियुक्ति के विरुद्ध न्यायालय में दर्ज प्रकरण देखने के लिए क्लिक करें
विवादों के बीच सूची जारी-
- डॉ श्याम विहार व्याख्याता शासकीय अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय ग्वालियर से जिला परियोजना समन्वयक जिला भिंड
- श्री रविंद्र सिंह तोमर व्याख्याता शासकीय उ मा वि शिक्षा नगर ग्वालियर से जिला परियोजना समन्वयक ग्वालियर
- श्री अशोक कुमार त्रिपाठी प्राचार्य हायर सेकेंडरी शासकीय उमावि मोतीझील ग्वालियर से जिला परियोजना समन्वयक शिवपुरी
- श्री राहुल शर्मा व्याख्याता उमा विद्यालय गोहटा विजयपुर जिला श्योपुर से जिला परियोजना समन्वयक अशोकनगर
- श्री महेंद्र प्रताप सिंह सेंगर व्याख्याता उमावि मुरार ग्वालियर से जिला परियोजना योजना समन्वयक दतिया
- श्री प्रदीप कुमार जैन व्याख्याता सैमसंग चालक शिक्षण संभाग कार्यालय ग्वालियर से जिला परियोजना रायसेन
- श्री राजेंद्र सिंह स्प्रे प्राचार्य हाई स्कूल जिला जिला शाजापुर से जिला परियोजना समन्वयक शाजापुर
- श्री सुदामा लाल गुप्ता प्राचार्य हाई स्कूल से जिला परियोजना समन्वयक नीमच
- श्री आशुतोष कुशवाहा व्याख्याता सहायक परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केंद्र सीधी से जिला परियोजना समन्वयक खरगोन
- श्री ऋषि कुमार शर्मा प्राचार्य हाई स्कूल प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी भोपाल से जिला परियोजना समन्वयक गुना
- श्री मुकेश कुमार द्विवेदी व्याख्याता अच्छा अधिकारी कार्यालय जिला कटनी से जिला परियोजना समन्वयक हरदा
- श्री गिरीश कुमार मिश्रा प्राचार्य हाई स्कूल जिला परियोजना समन्वयक जिला सागर से जिला परियोजना समन्वयक सागर
- श्री अरुण शंकर पांडे प्राचार्य सेकेंडरी शासकीय उ मा विद्यालय पन्ना जिला छतरपुर से जिला परियोजना समन्वयक पन्ना
- श्री अमरनाथ सिंह व्याख्याता शासकीय उ मा विद्यालय क्रमांक 1 रीवा से जिला परियोजना समन्वयक टीकमगढ
- श्री महेश कुमार बघेल व्याख्याता जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय सिवनी से जिला परियोजना सिवनी
- श्री राम लखन शुक्ला व्याख्याता शासकीय उमावि गोविंदगढ़ जिला रीवा से जिला परियोजना समन्वयक सिंगरौली
- श्री देवकरण मिश्रा प्राचार्य हाई स्कूल जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जिला जिला परियोजना समन्वयक रीवा
- श्री रमेश प्रसाद लकीरे प्राचार्य उमावि जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केंद्र छतरपुर से जिला परियोजना समन्वयक छतरपुर
- श्री राजेश तिवारी व्याख्याता सहायक परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केंद्र जिला रीवा से जिला परियोजना समन्वयक सीधी
- श्रीमती सीमा गुप्ता व्याख्याता सहायक परियोजना समन्वयक जेंडर जिला शिक्षा केंद्र भोपाल से जिला परियोजना समन्वयक भोपाल
- श्री योगेश शर्मा व्याख्याता जिला प्रोढ़ शिक्षा अधिकारी जबलपुर से जिला परियोजना समन्वयक जबलपुर
- मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा / जनजातीय कार्य विभाग की नवीनतम जानकारी से अपडेट होते रहने के लिए पढ़ते रहिये https://www.mpteachers.com
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